सपनो में तू रख आस्था

सपनों में रख आस्था कर्म तू किए जा,

त्याग से ना डर आलस परित्याग किए जाए,

गलती कर ना घबरा,

गिरकर फिर हो जा खड़ा,

समस्याओं को रास्ते से निकाल दे,

चट्टान भी हो तो ठोकर से उछाल दे,

रख हिम्मत तूफानों से टकराने की,

जरूरत नहीं किसी मुसीबत से घबराने की,

जो पाना है बस उसकी एक पागल की तरह चाहत कर,

कर्म कर मगर साथ में खुद पर विश्वास कर,

फिर देख किस्मत क्या-क्या रंग दिखाएगी,

तुझको तेरी मंजिल मिल जाएगी , 

तुझको तेरी मंजिल मिल जाएगी |

Comments

Well written. I saw your account on Writco. Keep shining.💜
dhara aggrawal said…
Thank you so much sis ❤

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